प्राणचंद चौहान वाक्य
उच्चारण: [ peraanechend chauhaan ]
उदाहरण वाक्य
- (सन 1600) और प्राणचंद चौहान (1610 ई.)
- इसी पद्धति पर संवत् 1667 में प्राणचंद चौहान ने ' रामायण महानाटक' लिखा।
- तुलसी के अतिरिक्त रामकाव्य के अन्य रचयिताओं में अग्रदास, नाभादास, प्राणचंद चौहान और हृदयराम आदि उल्लेख्य हैं।
- तुलसी के अतिरिक्त रामकाव्य के अन्य रचयिताओं में अग्रदास, नाभादास, प्राणचंद चौहान और हृदयराम आदि उल्लेख्य हैं।
- स्वामी अग्रदास (सन 1575), नाभादास (सन 1600) और प्राणचंद चौहान (1610 ई.)
- नूर मुहम्मद · स्वामी अग्रदास · नाभादास · प्राणचंद चौहान · हृदयराम · हितहरिवंश · गदाधर भट्ट · स्वामी हरिदास ·
- नबी · नूर मुहम्मद · स्वामी अग्रदास · नाभादास · प्राणचंद चौहान · हृदयराम · हितहरिवंश · गदाधर भट्ट · स्वामी
- शेख नबी · नूर मुहम्मद · स्वामी अग्रदास · नाभादास · प्राणचंद चौहान · हृदयराम · हितहरिवंश · गदाधर भट्ट · स्वामी
- उसमान · शेख नबी · नूर मुहम्मद · स्वामी अग्रदास · नाभादास · प्राणचंद चौहान · हृदयराम · हितहरिवंश · गदाधर भट्ट ·
- रामायण महानाटक (प्राणचंद चौहान) और हनुमननाटक (ह्दयराम) में संवाद पद्धति और केशव की रामचंद्रिका में रीति-पद्धति का अनुसरण है ।
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